पाइल्स, फिशर, फिस्टुला और एनोरैक्टल कैंसर: कारण, बचाव और होलिस्टिक इलाज की ज़रूरत
🌍 वर्ल्ड पाइल्स डे स्पेशल हर साल 20 नवंबर को World Piles Day मनाया जाता है, ताकि लोग अनोरैक्टल समस्याओं — जैसे पाइल्स (बवासीर), फिशर, फिस्टुला और एनोरैक्टल कैंसर के बारे में जागरूक हों। ये समस्याएँ देश में करोड़ों लोगों को प्रभावित करती हैं, लेकिन शर्म, हिचकिचाहट और गलत इलाज के कारण लोग समय पर उपचार नहीं ले पाते। आज इस खास अवसर पर आइए समझते हैं कि ये रोग क्यों होते हैं, कैसे बचा जा सकता है, और क्यों होलिस्टिक ट्रीटमेंट (डाइट + लाइफस्टाइल + प्राकृतिक देखभाल) सर्जरी और लंबी दवाइयों से कहीं अधिक प्रभावी है। ❗ सबसे पहले समझें: ये बीमारियाँ क्या होती हैं? 👉 1. पाइल्स (बवासीर) गुदा मार्ग की नसों में सूजन—जिससे दर्द, खून, खुजली, सूजन होती है। 👉 2. फिशर गुदा मार्ग में छोटा सा कट—शौच के समय तेज़ चुभन व जलन होती है। 👉 3. फिस्टुला गुदा के अंदर से बाहर तक बने असामान्य रास्ते—बार-बार पस आना इसकी विशेषता है। 👉 4. एनोरैक्टल कैंसर गुदा या रेक्टम में बनने वाला कैंसर—लंबे समय तक अनदेखा किए गए पाइल्स, फिस्टुला, क्रोनिक इंफेक्शन के कारण जोखिम बढ़ता है। 🚨 इन बीमारियों के मुख्य कारण...